AQI in Delhi: दोस्तों स्वागत है आपका इस ब्लॉग में- इस बोग में बात करेंगे बढ़ते हुए दिल्ली में AQI लेवल की।
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AQI in Delhi: दिल्ली के प्रदूषण के मुख्य कारण
AQI in Delhi: दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, और इसमें प्रमुख योगदान वाहनों का है। नवंबर 2023 में एक नया आदेश जारी किया गया है जिसमें BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल चार-पहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगाया गया है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) का महत्व
- अच्छा: 0-50
- संतोषजनक: 51-100
- मध्यम: 101-200
- खराब: 201-300
- बहुत खराब: 301-400
- गंभीर: 401-500
दिल्ली का AQI ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है, जो वायु प्रदूषण की चिंता को दर्शाता है।
निर्माण और गतिविधियों पर प्रतिबंध
GRAP ने निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों पर भी प्रतिबंध लगाया है।
बीएस मानक और उसका महत्व
बीएस (भारत स्टेज) मानक वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने का माध्यम है।
दिल्ली के वाहन चालक ध्यान दें: इन वाहनों पर अस्थायी रूप से लगाया गया है प्रतिबंध
दिल्ली में वायु प्रदूषण: एक चिंता का संकेत
दिल्ली और एनसीआर के प्रदूषण के स्तर की चिंता बढ़ती जा रही है, जिसके कारण ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) ने नए आदेश जारी किए हैं। इसके अनुसार, BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल चार-पहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगाया गया है।
AQI की भूमिका और महत्व
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) एक महत्वपूर्ण मापदंड है जो वायु प्रदूषण के स्तर को दर्शाता है। AQI 0 से 500 तक के अंकों को वर्गीकृत करता है, और ‘गंभीर’ श्रेणी में आने पर सख्त प्रतिबंध लागू होता है।
GRAP के अन्य प्रतिबंध और छूट
GRAP ने सिविल समाज के लिए कुछ छूट दी है, जैसे रेलवे सेवाओं, हवाई अड्डों, अस्पताल/स्वास्थ्य देखभाल और मेट्रो की परियोजनाएं।
बीएस मानक और उसकी महत्वपूर्ण जानकारी
बीएस मानक भारत सरकार द्वारा उत्सर्जित वायु प्रदूषकों की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए स्थापित किया गया है। यह मानक नए वाहनों के इंजनों पर लागू होना चाहिए।
दिल्ली में वाहन पर प्रतिबंध: वजह और प्रभाव
वायु प्रदूषण की समस्या
दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए, ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) ने कठोर प्रतिबंध लगाए हैं।
वाहनों पर प्रतिबंध की वजह
BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल चार-पहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है। दिल्ली के वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ने गंभीर स्तर पर पहुंच जाने की चेतावनी दी है।
AQI और प्रतिबंध की दिशा
AQI 0 से 500 की श्रेणी में वायु गुणवत्ता को वर्गीकृत किया जाता है। दिल्ली में वाहनों की हिस्सेदारी 40% है, जिसका परिणाम है वायु प्रदूषण में वृद्धि।
प्रतिबंध के प्रभाव
पांच लाख से अधिक कारों पर प्रतिबंध लगाने से दिल्ली में वायु प्रदूषण कम होने की उम्मीद है। जुर्माना लगाने की सम्भावना है जो वाहन मालिकों को सजा से डराएगा।
बीएस मानक और निर्देश
बीएस (भारत स्टेज) मानक वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण को रेगुलेट करता है। राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता आयोग ने इलेक्ट्रिक और सीएनजी वाहनों को प्रोत्साहित करने की सलाह दी है।
बीएस मानक के बारे में समझाव:
बीएस (भारत स्टेज) मानक भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया उत्सर्जन मानक है। यह मानक उस प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए बनाया गया है, जो मोटर वाहनों के इंजनों से उत्सर्जित होता है। इस मानक के द्वारा वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण की मात्रा को निर्धारित किया जाता है और इसको प्रदूषण के प्रकार और प्रमाण को कम करने के लिए सुनिश्चित किया जाता है।
भारत सरकार द्वारा पर्यावरण और वन मंत्रालय के साथ सहयोग में, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इन मानकों को तय किया है। इन मानकों के अनुसार, नए वाहनों के इंजनों को डिज़ाइन और निर्माण किया जाता है ताकि प्रदूषण की मात्रा को कम किया जा सके।
सार्वजनिक और निजी वाहन निर्माताओं को इन मानकों के अनुसार अपने वाहनों के प्रदूषण को कम करने के लिए अद्यतन और बदलाव करना पड़ता है। इससे प्रदूषण की स्थिति को सुधारा जा सकता है और जनता की स्वास्थ्य को सुरक्षित रखा जा सकता है।
सारांश
दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति चिंता का विषय है और सरकार ने इसे नियंत्रित करने के लिए कठोर कदम उठाए हैं। वाहन चालकों को इस प्रतिबंध का पालन करना होगा ताकि वायु प्रदूषण की स्थिति में सुधार हो सके।