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ईरान ने हाल ही में अपनी विषकन्याओं को इजरायली सैनिकों के साथ Honey Trap में फंसाने की कोशिश की है, जो एक नई चुनौतीपूर्ण रणनीति है। इसका पहला प्रयास नहीं है, क्योंकि पहले भी हमास ने इसी तकनीक का इस्तेमाल करके इजरायल की सैन्य जानकारी तक पहुंचने का प्रयास किया है। 2022 में, आईडीएफ ने अपने सैनिकों को Honey Trap में फंसाने के लिए सोशल नेटवर्क पर सक्रिय युवा महिलाओं के एक बड़े नेटवर्क की पहचान की थी, जिसका उद्दीपन हमास था।

ईरानी विषकन्याओं का योजना
तेल अवीव: इस नई रणनीति के अनुसार, ईरान ने अपनी महिलाओं को तैयार किया है जो उत्तेजक तस्वीरें भेजकर इजरायली सैनिकों को Honey Trap में फंसाने की कोशिश कर रही हैं। इन महिलाओं ने सैनिकों के साथ संपर्क साधा और उनसे सेना से जुड़ी जानकारी मांगी। रिपोर्ट के अनुसार, ये महिलाएं ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) द्वारा ट्रेनिंग दी गई थीं। इन महिलाओं ने हिब्रू भाषा में इजरायली सैनिकों से संपर्क करने का काम किया और उन्हें वीडियो और तस्वीरें भेजीं।
रिपोर्ट के अनुसार

जरुसलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, समाचार आउटलेट ईरान इंटरनेशनल ने इजरायली सैनिकों के Honey Trap पर यह खुलासा किया है। रिपोर्ट में इस तकनीक का इस्तेमाल करके इजरायली सैनिकों के साथ बातचीत करने वाली महिलाओं के बारे में बताया गया है जो वास्तविकता में फर्जी थीं। इन महिलाओं ने सोशल मीडिया पर फर्जी नाम और पते से प्रोफाइल बनाई, और बातचीत शुरू होने के बाद अपनी असली तस्वीरें और वीडियो भेजे। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि इन महिलाओं ने ईरान के मशाद शहर में हिब्रू भाषी महिलाओं के समूह का इस्तेमाल किया, जिसको आईआरजीसी ने ट्रेनिंग दी थी।

फेक प्रोफाइल की खोज
रिपोर्ट के अनुसार, इन महिलाओं ने इजरायली सैनिकों से संपर्क करने के लिए फर्जी नाम से सोशल मीडिया पर प्रोफाइल बनाई थी। हालांकि, जैसे ही बातचीत शुरू हुई, उनके द्वारा भेजे गए वीडियो और तस्वीरें असली थीं और इजरायली सैनिकों को मिली जानकारी को हमास तक पहुंचा दिया गया। इन महिलाओं ने अपनी चालाकी से 22 अलग-अलग प्रोफाइल बनाए, जिनमें मशाद शहर की समीरा बागबानी तर्शिजी और हानिया गफरियन भी शामिल थीं।

Irani Women Honey Trap: संक्षेप
रिपोर्ट का दावा है कि इजरायली सैनिकों से इन महिलाओं ने जानकारी निकाली और उसे हमास तक पहुंचाया। यह रिपोर्ट भी दिखाता है कि ईरान और हमास दोनों ही देश तकनीक के उपयोग से एक-दूसरे के खिलाफ अपने उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए कितना आग्रह करते हैं।
जबकि एक तरफ ईरान और हमास युवा महिलाओं को अनैतिकता के लिए उपयोग करते हैं, तो दूसरी ओर उनकी न्यूड तस्वीरें इजरायली सेना के खिलाफ बड़ा आधार बनाती हैं। इस दोहरी चेस्टा ने सिद्ध किया है कि इस संघर्ष की गहराईयों में हमास और ईरान के बीच तनातनी बढ़ी है, जिससे दोनों देशों के बीच संबंध और स्थिति तनावपूर्ण हो रहे हैं।
इसके चलते दोनों देशों के बीच लगातार तनातनी और तीखी बयानबाजी देखने को मिल रही है।
यह एक रिपोर्ट है जिसमें कहा गया है कि ईरान ने इस्राइली सैनिकों को Honey Trap में फंसाने के लिए अपनी महिलाओं का सहारा लिया है। इन महिलाओं ने इजरायली सैनिकों को उत्तेजक तस्वीरें भेजकर Honey Trap करने की कोशिश की और फिर उनसे सेना से जुड़ी जानकारी मांगी। रिपोर्ट के मुताबिक, इन महिलाओं को ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने इस काम के लिए ट्रेनिंग दी थी।

इन महिलाओं ने हिब्रू भाषा में इजरायली सैनिकों से संपर्क किया और उन्हें अपनी न्यूड तस्वीरें भेजीं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि ईरान ने इस काम के लिए मशहद शहर की हिब्रू भाषी महिलाओं का समूह इस्तेमाल किया और उन्हें 22 अलग-अलग फेक प्रोफाइल बनाने की ट्रेनिंग दी गई थी। इनमें से दो महिलाएं का नाम मशहद शहर की समीरा बागबानी तर्शिजी और हानिया गफरियन रखा गया था।
रिपोर्ट का दावा है कि इन महिलाओं ने इजरायली सैनिकों से कुछ जानकारी मिली और इस जानकारी को हमास तक पहुंचा दिया गया। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ईरान और हमास दोनों ही अपनी रणनीतियों में युवा महिलाओं को इस्तेमाल करते हैं, एक ओर अनैतिकता के लिए और दूसरी ओर जासूसी के लिए।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि गाजा में इजरायल के हमलों के बाद दोनों देशों के बीच तनातनी बढ़ी है और तीखी बयानबाजी देखने को मिल रही है।

इजरायल की सैन्य जानकारी और हमास के प्रयास
इराणी विषकन्याएं: एक नई रणनीति
- इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) का योगदान
विषकन्याओं का ऑनलाइन प्रोफाइल
ईरानी विषकन्याएं: न्यूड तस्वीरों की दुनिया
रिपोर्ट में कहा गया है कि ये महिलाओं हिब्रू भाषा में इजरायली सैनिकों से बात करती थीं और उनको अपनी न्यूड तस्वीरें भेजती थीं।

फर्जी प्रोफाइल और असलीता
- ईरान इंटरनेशनल ने कहा है कि इन महिलाओं ने इजरायली सैनिकों से संपर्क करने के लिए फर्जी नाम से सोशल मीडिया पर प्रोफाइल बनाई थीं।
- तस्वीरें और वीडियो भेजने के बाद, जो असली थे, इजरायली सैनिकों को चौंका देने में सफल रहे।
इजरायली सैनिकों से जुड़ी जानकारी

रिपोर्ट का दावा है कि इजरायली सैनिकों से इन महिलाओं को कुछ जानकारी मिली भी थी और इस जानकारी को हमास तक पहुंचा दिया गया था।

तंग कसरतें और तीखी बयानबाजी
इजरायल-ईरान तनातनी
- 7 अक्टूबर से गाजा में इजरायल के हमल जारी हैं
- इजरायल ने हमास को खत्म करने की कसम खाई है

रिवायती तरीके से सीख
एक तरफ ईरान और हमास के लोग कथित अनैतिकता के लिए युवा महिलाओं को मार डालते हैं, दूसरी तरफ उनकी न्यूड तस्वीरों का इस्तेमाल इजरायली सेना के राज खुलवाने के लिए भी करते हैं।

निष्कर्ष
दोनों देशों के बीच लगातार तनातनी और तीखी बयानबाजी देखने को मिल रही है। यह घड़ी आईडीएफ के और संगीन नायकों के बीच एक नए खेल की शुरुआत हो सकती है।
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FAQ
- क्या इजरायल और ईरान के बीच तनातनी का स्तर बढ़ रहा है?
- क्या Honey Trap की रणनीति एक नई साइबर युद्ध का हिस्सा बन रही है?
- क्या इस घड़ी नारी शक्ति एक साइबर रणनीति में नए क्षेत्रों में कदम बढ़ा रही है?
- क्या हमास और आईडीएफ के बीच एक नया साइबर युद्ध शुरू होने की संभावना है?
- कैसे साइबर न्यूड कॉल से बचा जा सकता है?
अंत में
एक नए युद्ध के दौर में, ईरान की विषकन्याएं नहीं सिर्फ एक साइबर रणनीति का हिस्सा बन रही हैं, बल्कि एक नई दृष्टिकोण भी प्रस्तुत कर रही हैं। हमें यह देखना होगा कि इस साइबर जंग का क्या नतीजा होता है।
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