असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा जो कि अपने बयानों एवं अपने कार्य करने की विधि से देश में प्रसिद्ध है।

यह शूद्रों का स्वाभाविक काम है कि वे ब्राह्मण, वैश्य और क्षत्रिय की सेवा करें। 

हिमंत बिस्व सरमा ने किए गए इस पोस्ट को 28 दिसंबर दिन गुरुवार को हटा दिया और उन्होंने इसके लिए माफी भी मांगी। 

गुरुवार 28 दिसंबर 2023 को उनके द्वारा इस पोस्ट पर सफाई दी गई 

ट्विटर अकाउंट से एक पोस्ट किया गया जिसमें श्रीमद् भागवत गीता का एक श्लोक लिखा था। 

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जो यह वाक्यांश किया है और यह उनके पोस्ट उनके जातिवाद दृष्टिकोण को बताता है। 

पवन खेड़ा द्वारा कहा गया कि प्रधानमंत्री कार्यालय और राष्ट्रपति भवन हिमंत बिस्व सरमा के बयान से सहमति रखते हैं। 

हैंडल बहुजन लाईव्स मैटर द्वारा यह कहा गया कि यह पोस्ट शूद्र जाति की भावना को आहत करने के परिपेक्ष में पोस्ट करी गई।