एक रहस्यमय मंदिर जिसका इतिहास जुड़ा है भगवान शिव और रावण से।

 भारत के सबसे प्राचीनतम मंदिर में से एक है मुरुदेश्वर मंदिर का रहस्य

यह मंदिर कर्नाटक में कन्नड़ जिले के भटकल तहसील में स्थित है

यह मंदिर समुद्र तट पर स्थित होने के कारण इस मंदिर के आसपास का नजारा बेहद ही खूबसूरत और शांतिपूर्ण  है

भगवान शिव की इस विशाल मूर्ति की ऊंचाई करीब 123 फीट है ।

आपको जानकर हैरानी होगी  कि यह मूर्ति पूरे दिन सूर्य की रोशनी में चमकती रहती है ।

इसे बनाने में करीब 2 साल का समय लगा था।

5 करोड रुपए की इस मंदिर में लागत आई थी।

मुरुदेश्वर मंदिर में भगवान शिव का आत्मलिंग भी स्थापित है ।

 रावण की  तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान  शिव  ने दिया था रावण को  शिवलिंग जिसे आत्म लिंग भी कहा जाता है