भारत सरकार ने ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा प्लान बनाया है

इस प्रक्रिया में दो बड़े उद्योगपतियों, मुकेश अंबानी और गौतम अडानी , भी शामिल हो रहे हैं। 

रिलायंस इंडस्ट्रीज और अडानी एंटरप्राइजेज के अलावा भी कई अन्य कंपनियाँ इस क्षेत्र में योजनाएं बना रही हैं, 

जिसका मौद्रिक मामला 19,900 करोड़ रुपए का है। इसमें स्थानीय तकनीक का भी उपयोग किया जाएगा। 

इस तरह के इलेक्ट्रोलाइजर्स का उपयोग ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन में होता है, 

जो एक प्रदूषणमुक्त ऊर्जा स्रोत है और भारत सरकार के एनर्जी ट्रांजिशन लक्ष्यों का हिस्सा है। 

इन कंपनियों ने भी इलेक्ट्रोलाइजर्स बनाने का इरादा जताया है और इस क्षेत्र में बड़े निवेश करने का प्लान बनाया है। 

अंबानी और Adani के बाद ओहमियम ऑपरेशंस, जॉन-कॉकरिल ग्रीनको, वारी एनर्जीस लिमिटेड, और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड।