कैसे संसद की सुरक्षा में हुई एक चूक ने बवाल मचा दिया।

संसद में हुए घुसपैठ की साजिश में आरोपित छह लोगों का परिचय है। 

इन्होंने घटना को अंजाम देने से पहले सोशल मीडिया के माध्यम से एक दूसरे के संपर्क में थे।

सांसदों ने आरोपियों को पकड़ा और उनकी पिटाई की। 

उनके साथी नीलम और अमोल शिंदे ने संसद भवन के बाहर कलर स्मॉग का इस्तेमाल किया और नारेबाजी की। 

यह घटना बहुत धीमी गति से योजित हुई थी और इसमें पूर्व-संबंधितता भी शामिल थी।

गृह मंत्रालय ने संसद की सुरक्षा में हुई चूक की जांच सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह के नेतृत्व में कराने का आदेश दिया है।  

समिति जल्द से जल्द संसद में सुरक्षा में सुधार के सुझावों सहित सिफारिशों के साथ अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।