Russia and India News: दोस्तों स्वागत है आपका इस ब्लॉग में – इस ब्लॉग में बात करेंगे की हर दो साल में होने वाले रूस एंड भारत के बीच वार्षिक सामेला में क्यों नहीं गए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
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Russia and India News: क्या है खबर?
भारत के विदेश मंत्री बीते 5 दिनों से रूस के दौरे पर गए हुए हैं ।
आपको पता होना चाहिए कि विदेश मंत्री के रूस के दौर पर जाने के विषय में चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि भारत और रूस के बीच हर साल वार्षिक सम्मेलन होता है। जिसमें हर एक साल में भारत और रूस के नेता एक दूसरे के देश में बैठक में हिस्सा लेते हैं।
इसमें एक साल में रूस के राष्ट्रपति भारत आते हैं और दूसरे साल में भारत के प्रधानमंत्री रस जाते हैं।
लेकिन मोदी पिछले दो सालों से इस सम्मेलन में सम्मिलित नहीं हो पाए।
आपको बता दें कि अभी तक कुल 21 सम्मेलन इन दोनों देशों के बीच हो चुके हैं।
आखरी सम्मेलन की बात करें तो यह 6 दिसंबर 2021 को हुआ जिसमें रूस के नेता ब्लादमिर पुतिन भारत दौरे पर आए हुए थे।
यूक्रेन युद्ध के चलते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस दौरे पर नहीं जा पाए थे। और इस बार जब G-20 सम्मेलन जो कि भारत में आयोजित हुआ था।
जिसमें बड़े-बड़े देशों ने हिस्सा लिया और उनके नेता शामिल हुए लेकिन रूस के राष्ट्रपति इसमें शामिल नहीं हो पाए थे।
क्यों नहीं जा पाए मोदी रूस के दौरे पर?
इस बार आयोजित रूस में वार्षिक सम्मेलन जिसमें भारत की ओर से भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल हुए। लेकिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल नहीं हो पाए। ऐसा इस साल नहीं बल्कि वह पिछले दो सालों से रूस और भारत के बीच वार्षिक सम्मेलन में शामिल नहीं हो पाए।
आपको बता दे इसके पीछे कोई ठोस कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।
मगर सूत्रों की माने तो इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि इसके पीछे कारण यह है की बैठक की तारीख करना बहुत मुश्किल और चुनौती बनकर उभर रही है।
अखबार अपनी रिपोर्ट में बताता है प्रधानमंत्री के रूस की बैठक में शामिल न होने और एस जयशंकर को वहां जाने का कुछ ऐसा संकेत मिल रहा है कि पीएम मोदी का रुख अब पश्चिम के देशों के समर्थन में हो रहा है।
परंतु भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर का रूस के जाने का संकेत हमें बता रहा है कि भारत और रूस के बीच पहले जैसे मजबूत रिश्ते कायम है। और उसने कभी भी अपने पार्टनर को छोड़ नहीं है।
जब प्रधानमंत्री पिछले साल रूस के वार्षिक सम्मेलन में सम्मिलित नहीं हो पाए तो कई मीडिया रिपोर्ट ने यूक्रेन में रूस के परमाणु विपिन की धमकी के साथ इस वाक्यांश को छोड़ लिया था।
क्यों नहीं हो पाए पुनीत भारत के सम्मेलन में।
यूक्रेन में रूस द्वारा किए गए हमले के बाद रूस के राष्ट्रपति ब्लादमिर पुनीत कई देशों के दौरे पर निकले परंतु वह भारत नहीं आए थे।
आपको बता दे पुतिन के दौरे में शामिल देश थे- चीन,यूएई , सऊदी अरब और कई मध्य एशिया में आने वाले देश परंतु वह भारत नहीं आए थे।
रूस के थिंक टैंक कानेर्गी के निर्देशक दिमित्री ने एक इंटरव्यू में कहा कि जैसे-जैसे रूस और चीन करीब आ रहे हैं भारत को संभवत इससे असर अवश्य पड़ेगा।
आगे इंटरव्यू में दिमित्री ने कहा कि भारत का रूस सैद्धांतिक रूप से चीन की तरह एक राजनीतिक साझेदारी है। परंतु रूस और भारत के बीच होने वाला व्यापार चीन और रूस की तुलना में दसवां हिस्सा माना जाता है।
उन्होंने कहा कि कई सालों से भारत अमेरिका के ज्यादा नजदीक आ रहा है लेकिन रूस को इससे कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए क्योंकि भारत किसी एक देश तक ही अपने विदेशी संबंध को नहीं रखना चाहता।
दिमित्री ने आगे कहा कि भारत जो कि अपने हथियारों को रूस से खरीदता है और अपने हथियारों की पूर्ति करता है इसमे अमेरिका द्वारा दखलअंदाजी देखी जा रही है।
निष्कर्ष
इस विषय पर संक्षेप में, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस दौरे में शामिल नहीं होने के पीछे अब तक कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। यह कहा जा रहा है कि बैठक की तारीख तय करना मुश्किल है, और एस जयशंकर का रूस दौरा इस बात का संकेत है कि भारत-रूस के रिश्ते मजबूत हैं। पिछले साल के रूस सम्मेलन में मोदी की अनुपस्थिति के बाद, कुछ मीडिया ने यूक्रेन से रूस के परमाणु हमले की धमकी का जिक्र किया था। इस पर भी स्पष्ट कारण नहीं मिला है।
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FAQ’s
- मोदी रूस के रूस-भारत सम्मेलन में क्यों नहीं गए?
- अब तक कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बैठक की तारीख को लेकर मुश्किलें हो सकती हैं।
- क्या यह रूस-भारत सम्मेलन हर साल होता है?
- हाँ, रूस और भारत के बीच हर साल एक वार्षिक सम्मेलन होता है जिसमें नेता एक दूसरे के देश में बैठक में हिस्सा लेते हैं।
- इस वार्षिक सम्मेलन में भारतीय प्रधानमंत्री क्यों नहीं गए?
- स्पष्ट कारण अब तक सामने नहीं आए हैं, लेकिन इससे यह सुझा जा रहा है कि पश्चिमी देशों के समर्थन में मोदी का रुख हो सकता है।
- एस जयशंकर का रूस दौरा किसे सूचित कर रहा है?
- एस जयशंकर का रूस दौरा भारत और रूस के बीच मजबूत रिश्तों का संकेत हो सकता है, और उन्होंने कभी भी अपने साथी को छोड़ा नहीं है।
- मोदी के रूस दौरे में कोई विशेष घटना घटी?
- इस बार के रूस दौरे में मोदी शामिल नहीं होने के बाद कोई विशेष घटना की जानकारी सामने नहीं आई है।
- पिछले सम्मेलन में यूक्रेन मुद्दे पर मोदी का स्थिति क्या था?
- यूक्रेन मुद्दे के चलते मोदी पिछले सम्मेलन में रूस नहीं गए थे, और इसके बाद मीडिया ने रूस के परमाणु हमले की धमकी का जिक्र किया था।